जीवन के महासागर में उठे इन तूफानों से जूझने के लिए यादों की कश्ती ही सहारा बनती है. अभिभावकों की वे भावपूर्ण यादें जो हमारे मस्तिष्क में होती है ,जो उनके कार्यों में झलकती है,उनके व्यक्तित्व का आईना होतीं हैं.,उनके कृतित्व की पहचान होती है. उनकी अधूरी ख़्वाहिशे , अधूरे सपने ,अतीत की बातें, कुछ क़िस्से ,यादें
बस ऐसा ही कुछ शब्द-जयंति के ज़रिये आपसे से , अपनों से बाँटना चाहती हूँ .कोशिश होगी कि कभी कुछ मैं अपने मन की कहूँ और कभी कुछ पिता के लिखकर अपने पीछे छोड़े गये उस साहित्य से जिसमें धर्म,जीवन,यायावरी,रिश्तों का शब्दांकन है. कभी लेख,पत्र या कविता के ज़रिये.कभी डायरी के पन्नों के ज़रिये.
हर एक के लिये अपना पिता और माँ दुनिया में सबसे ख़ास होते हैं.तो आपकी शुभकामनाओं के साथ भीगते सावन में शुरू कर रही हूँ "शब्द-जयंति"...इनमें पिताजी भी हैं,उनकी यादें,शब्द भी और उनके न रहने के बाद इन पंक्तियों में अव्यक्त किंतु स्पंदित होता भीगापन भी..
शुरूआत मेरी इस शब्द अंजलि से....
बस ऐसा ही कुछ शब्द-जयंति के ज़रिये आपसे से , अपनों से बाँटना चाहती हूँ .कोशिश होगी कि कभी कुछ मैं अपने मन की कहूँ और कभी कुछ पिता के लिखकर अपने पीछे छोड़े गये उस साहित्य से जिसमें धर्म,जीवन,यायावरी,रिश्तों का शब्दांकन है. कभी लेख,पत्र या कविता के ज़रिये.कभी डायरी के पन्नों के ज़रिये.
हर एक के लिये अपना पिता और माँ दुनिया में सबसे ख़ास होते हैं.तो आपकी शुभकामनाओं के साथ भीगते सावन में शुरू कर रही हूँ "शब्द-जयंति"...इनमें पिताजी भी हैं,उनकी यादें,शब्द भी और उनके न रहने के बाद इन पंक्तियों में अव्यक्त किंतु स्पंदित होता भीगापन भी..
शुरूआत मेरी इस शब्द अंजलि से....
पिता जब जाते हैं तो
ले जाते है माँ के चेहरे की हँसी
जिसमें छुपा है
दर्द ढेर सारा
वह नहीं करती अब बातें
उन तकलीफ़ों की जो
वह झेलती है
पापा के रहते भी वह ख़ामोश थी
और अब भी..
पर....
अब उनकी इस ख़ामोशी से डर लगता है
और अब भी..
पर....
पिता के साहित्य के दस्तावेज़ीकरण का यह संकल्प अतुलनीय और बहुत पवित्र है. इसे पूरे मनोयोग से कीजिये,परिवार और मित्रगण के बीच इस सद-विचार को प्रचारित करना चाहिये जिससे वे भी अपने वरिष्ठजनों की स्मृतियों को सहेजने का आप जैसा अनुकरणीय संकल्प ले सकें.
जवाब देंहटाएंमाताजी की इसी ख़ामोशी को पढ़ कर,
जवाब देंहटाएंउन्हें सहारा देना ही संतान का कर्त्तव्य है
आपका प्रयास बहुत सराहनीय और अनुकरणीय है.
स्नेह बनाये रखें
अति सुंदर शुरूआत!!